Skip to main content

Astrology website

Vedic astrology services || Horoscope Reading || Kundli Analysis || Birth Chart Calculation || Pitru Dosha Remedies || Love Life Reading || Solution of Health Issues in jyotish || Career Reading || Kalsarp Dosha Analysis and remedies || Grahan Dosha solutions || black magic analysis and solutions || Best Gems Stone Suggestions || Rashifal || Predictions || Best astrologer || vedic jyotish || Online jyotish || Phone astrology ||

Useful astrology Tips

om kleem krishnaay namah mantr ke fayde

om kleem krishnaya namah mantra ke fayde, ॐ क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र कब जपना चाहिए, जानिए कृष्ण वशीकरण मन्त्र के फायदे, किन नियमो का पालन करना चाहिए जप के समय |    अगर जीवन में बार बार असफलता मिल रही है, नौकरी में परेशानी आ रही है, प्रेम जीवन में असफल हो रहे हैं, समाज में मान –सम्मान नहीं मिल पा रहा है, घर में क्लेश रहता है तो ऐसे में कृष्ण वशीकरण मन्त्र का जप बहुत फायदेमंद होता है |  इस मन्त्र में माँ काली और कृष्ण, दोनों की शक्ति समाहित है इसीलिए जपकर्ता को बहुत फायदा होता है | om kleem krinaay namah mantr ke fayde धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने में समर्थ ये मन्त्र ॐ क्लीं कृष्णाय नमः अती उत्तम मंत्रो में से एक है | इस मन्त्र की सिद्धि से जपकर्ता अध्यात्मिक और भौतिक दोनों सुखो को प्राप्त कर सकता है |  श्री कृष्ण भगवान 64 कलाओं में निपुण थे और उनकी माया से सभी परिचित है अतः उनकी कृपा हो जाए तो क्या संभव नहीं हो सकता |  Read in english about om kleem krishnaay namah spell benefits   " ॐ क्लीं कृष्णाय नमः " एक चमत्कारिक मन्त्र है और जप करने वाले को जप के दौरान भी दिव्य अन

Nagkesar Ke chamatkari Prayog jyotish anusar

नागकेशर  क्या है, जानिए ज्योतिष  में इस वनस्पति का महत्व, नागकेसर के टोटके, जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए ज्योतिष में नागकेसर जड़ी बूटी का उपयोग कैसे करें, समृद्धि के लिए नागकेसर के टोटके |

nagkesar ke prayog jyotish mai, nagkesar totkey
Nagkesar Ke chamatkari Prayog jyotish anusar

जड़ी-बूटियों में  नागकेशर एक बहुत ही शक्तिशाली और पवित्र जड़ी बूटी है। इसे अंग्रेजी में  Mesua ferrea भी कहते हैं। यह काली मिर्च की तरह लगता है। इसके फूल मेंहदी की तरह दिखते हैं। ज्योतिष और तांत्रिक प्रयोग  मेसुआ फेरिया या नागकेशर बहुत महत्व रखता है, इसे महादेव या भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भी चढ़ाया जाता है। जब हम उपचारात्मक ज्योतिष के बारे में बात करते हैं तो इस वनस्पति का उपयोग कई समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है, इसलिए इस लेख में मैं इस जादुई वनस्पति  के बारे में बात करेंगे |

इस चमत्कारी जड़ी बूटी का उपयोग देवी लक्ष्मी, भगवान शिव को प्रसन्न करने और प्रेम जीवन और वैवाहिक जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है।

यही नहीं इसका प्रयोग आयुर्वेद में भी बहुत किया जाता है, शीत से सम्बंधित बीमारियों को दूर करने के लिए इसका प्रयोग बहुत होता है |

Watch video here:

आइये जानते हैं नाग केसर कैसे प्रयोग करे जीवन को सफल बनाने के लिए :

  1. यदि घर या व्यावसायिक स्थान में संघर्ष बना रहता है, लड़ाई झगडे खूब होते हैं तो शांति का वातावरण बनाने के लिए प्रतिदिन नागकेसर का तिलक लगाए, इसके लिए इसको घिस के लेप बना ले |
  2. अगर व्यापार नहीं बढ़ रहा हो तो भोजपत्र के चौकोर टुकड़े में लाल चंदन का स्वस्तिक बनाकर स्वास्तिक पर नागकेशर चिपका दे, सुखाकर अपने कैश बॉक्स में रख दें और प्रतिदिन इसकी पूजा करे । इससे बरकत होगी, व्यापार बढेगा |
  3. समृद्धि के लिए एक और अच्छा प्रयोग है, इसके लिए चांदी के डिब्बे नागकेशर को शहद में मिला के रखें। दीपावली की रात इसकी पूजा करें और अपनी तिजोरी में रख दें। यह समृद्धि का मार्ग खोलेगा। 
  4. समृद्धि के लिए एक और शक्तिशाली प्रयोग है, पीले कपड़े में नागकेशर, हल्दी, सुपारी, तांबे के साथ रखें। देवी महालक्ष्मी के मंत्रों से इसे अभिमंत्रित करे करें और अपनी तिजोरी में रख दें।
  5. जो लोग भगवन शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं , वे लोग प्रतिदिन नागकेसर शिवलिंग पे अर्पित करे शिवजी के पंचाक्षरी मन्त्र का जप करते हुए | इससे शिव कृपा से धनागमन के रस्ते खुलेंगे |
  6. धन के लिए यदि आप नागकेशर को दूध, शहद, चीनी, घी, गंगाजल के साथ एक सिद्ध शिवलिंग पर चढ़ाते हैं, तो आपको जबरदस्त परिणाम मिलेगा।
  7. चमेली, मेसुआ फेरिया या नागकेशर, तगर और कुमकुम का लेप रवीपुष्य या गुरुपुष्य पर भी इसमें घी मिलाकर प्रतिदिन तिलक के लिए प्रयोग करें। इससे आपकी हिप्नोटिक पावर बढ़ेगी।
  8. अगर घर में बार बार लोगो को सर्दी जुकाम खांसी होती हो तो ऐसे में आपको नागकेसर से हवन करना चाहिए शुभ महुरत मे, इससे रोग दूर होगा |
  9. अगर आप आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो श्री सूक्तम से हवन करें और आहुति में नागकेसर का प्रयोग करें। इससे आपके आय के स्रोत खुलेंगे |

इस तरह अगर हम जीवन में अलग-अलग क्षेत्र में समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो इस जादुई वनस्पति के प्रयोग से हम कई समस्याओं को कम कर सकते हैं।

नोट: इस दिव्य वनस्पति का जब भी प्रयोग करे तो महुरत का ध्यान अवश्य रखे जिससे परिणाम अच्छे और शीघ्र मिलेंगे  जैसे रवि पुष्य, गुरु पुष्य, सर्वार्थ सिद्धि योग, नवरात्रि आदि में इसके प्रयोग करे ।

यदि आप करियर, वैवाहिक जीवन, स्वास्थ्य, सामाजिक जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो अनुभवी ज्योतिषी से विश्लेषण और समाधान के लिए संपर्क कर सकते हैं | 

जानिए कुंडली के अनुसार सर्वश्रेष्ठ भाग्यशाली रत्न, सर्वोत्तम पूजा, अनुकूल समय , बुरा समय, सफलता के प्रयोगों के बारे में |

नागकेशर  क्या है, जानिए ज्योतिष में इस वनस्पति का महत्व, नागकेसर के टोटके, जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए ज्योतिष में नागकेसर जड़ी बूटी का उपयोग कैसे करें,Naagkesar uses in jyotish,समृद्धि के लिए नागकेसर के टोटके |

Comments

Popular posts from this blog

om kreem kalikaaye namah mantra ke fayde

ॐ क्रीं कालिकाये नमः मंत्र के लाभ, महाकाली / माता काली को कैसे प्रसन्न कर सकते हैं ?, महाकाली मंत्र के जाप के लाभ। देवी काली दुर्गा का अवतार हैं और वह नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर, काला जादू, शैतानी ताकतों आदि को मिटाने में सक्षम हैं। काली माता बहुत आक्रामक हैं और इसलिए लोग उनसे डरते हैं लेकिन उनके बारे में नकारात्मक सोचने की जरूरत नहीं है क्योंकि मां किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं, वह सिर्फ भक्तों को बुरी शक्तियों से बचाती हैं। om kreem kalikaaye namah mantra ke fayde आइए देखते हैं om kreem kaaliykaaye namah मंत्र का जाप करने के फायदे: क्रीं मंत्र का अर्थ: क्रीं देवी काली का एक बीज मंत्र है, योगी और संत, देवी का आशीर्वाद पाने के लिए इस बीज-मंत्र का अभ्यास करते हैं। यह दिव्य बीज-मंत्र देवी काली के आशीर्वाद का आह्वान करता है और भक्त को स्वास्थ्य, धन और मोक्ष का आशीर्वाद देने में समर्थ हैं । Read in english about Benefits of chanting goddess kali mantra ऊँ क्रीं कालिकायै नमः जप के लाभ – यह मंत्र बहुत शक्तिशाली है और जपकर्ता के जीवन को बदलने में सक्षम है। यह मंत्र जपकर्ता के च

Benefits of Kamdev gayatra Mantra

What is kamdev gayatri mantra, how to chant kamdev mantra to enhance love in life, benefits of kamdev gayatri mantra in English, kamdev mantra for attraction. As per hindu mythology, kamdev is said to be the god of love who is able to bless any one with loving partner, power to enjoy the physical life. His beloved is rati known as the goddess of lust.  The kamdev gayatri mantra is also known as manmath gayatri mantra, this is one of the best spell to enhance the feeling of love, to enhance the pleasure in life.  If anyone chant this mantra then no doubt the god and goddess of love fill the life with divine love.  हिंदी में पढ़िए कामदेव गायत्री मन्त्र के फायदे   Benefits of Kamdev gayatra Mantra Let’s know the Kamdev Gayatri Mantra: ॐ कामदेवाय विद्महे पुष्पबाणाय धीमहि तन्नो अनंग प्रचोदयात Om Kamadevaya Vidmahe Pushpabanaya Dhimahi Tanno Anang Prachodayat Read more about Kamdev mantra power Meaning of kamdev gayatri mantra: Om, Let me meditate on the God of love, Oh, God who is

om kleem krishnaay namah mantr ke fayde

om kleem krishnaya namah mantra ke fayde, ॐ क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र कब जपना चाहिए, जानिए कृष्ण वशीकरण मन्त्र के फायदे, किन नियमो का पालन करना चाहिए जप के समय |    अगर जीवन में बार बार असफलता मिल रही है, नौकरी में परेशानी आ रही है, प्रेम जीवन में असफल हो रहे हैं, समाज में मान –सम्मान नहीं मिल पा रहा है, घर में क्लेश रहता है तो ऐसे में कृष्ण वशीकरण मन्त्र का जप बहुत फायदेमंद होता है |  इस मन्त्र में माँ काली और कृष्ण, दोनों की शक्ति समाहित है इसीलिए जपकर्ता को बहुत फायदा होता है | om kleem krinaay namah mantr ke fayde धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने में समर्थ ये मन्त्र ॐ क्लीं कृष्णाय नमः अती उत्तम मंत्रो में से एक है | इस मन्त्र की सिद्धि से जपकर्ता अध्यात्मिक और भौतिक दोनों सुखो को प्राप्त कर सकता है |  श्री कृष्ण भगवान 64 कलाओं में निपुण थे और उनकी माया से सभी परिचित है अतः उनकी कृपा हो जाए तो क्या संभव नहीं हो सकता |  Read in english about om kleem krishnaay namah spell benefits   " ॐ क्लीं कृष्णाय नमः " एक चमत्कारिक मन्त्र है और जप करने वाले को जप के दौरान भी दिव्य अन