Nagpanchmi ko kaise dur kare durbhagya ko, क्यों ख़ास होती है श्रावण महीने में आने वाली नागपंचमी, ज्योतिषीय महत्त्व |
सन 2021 में नागपंचमी 13 अगस्त, शुक्रवार को आ रही है जो की लोगो के व्यक्तिगत जीवन में से परेशानियों को दूर करने के लिए बहुत ही अच्छा दिन है |
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Naagpanchmi Mai Kaise dur kare durbhagya ko |
जब कुंडली में राहू और केतु के कारण दोष उत्पन्न होता है तो ऐसे में नागपंचमी की पूजा बहुत फायदेमंद होती है जैसे कुंडली में अगर कालसर्प योग बने, राहू शत्रु का हो, महादशा या अन्तर्दशा में राहू चल रहा हो तो ऐसे में नागपंचमी की पूजा बहुत ही फायदेमंद साबित होती है |
हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण महीने की अमावस्या के पांचवे दिन नागपंचमी का महत्वपूर्ण दिन आता है जब हम नाग देवत की पूजा करते है ताकि वो जीवन में से बाधाओं को हर सके | ऐसा माना जाता है की जिस पर नागदेवता की कृपा हो जाए उसे अपार धन ,संपत्ति की प्राप्ति सहज रूप से हो जाती है और शत्रु भी आसानी से परास्त हो जाते हैं |
आइये जानते हैं की नाग पंचमी के हम कौन कौन सी पूजाए करवा सकते हैं या कर सकते हैं ?
- अगर जीवन में कालसर्प योग के कारण बहुत संघर्ष बढ़ रहा हो तो नागपंचमी को पूजा होती है |
- पितृ दोष निवारण के लिए भी इस दिन अनुष्ठान किये जाते हैं |
- प्रेत दोष निवारण के लिए भी नाग पूजा होती है नागपंचमी को|
- राहू दोष निवारण के लिए भी अनुष्ठान होते हैं इस दिन |
- अगर कुंडली में सर्प दोष हो तो भी नाग देवत की कृपा के लिए विशेष अनुष्ठान किये जा सकते हैं |
- संतान बाधा, विवाह बाधा, बंधन दोष आदि के निवारण के लिए भी अनुष्ठान किये जाते हैं |
आइये अब जानते हैं की जीवन में से बाधाओं को हटाने के लिए क्या करे नागपंचमी को ?
- इस दिन भगवान् शिव की विधिवत पूजा कर सकते हैं और साथ ही नाग देवता की पूजा करे |
- नवनाग स्त्रोत का पाठ करते हुए नागदेवता का अभिषेक कर सकते हैं |
- रोग निवारण के लिए पंचामृत से अभिषेक कर सकते हैं शिवलिंग का |
- पितृ दोष निवारण के लिए इस दिन नाग नागिन का जोड़ा स्थापित करके उन्हें गीता के 18 अध्याय सुना के उन्हें फिर विसर्जित करने से बहुत ही चमत्कारी लाभ देखने को मिलता है |
- इस दिन कालसर्प योग की निवारण के लिए यन्त्र और अंगूठी को भी सिद्ध करके प्रयोग में लिया जाता है |
आइये अब जानते हैं की 2021 में वैदिक ज्योतिष के हिसाब से नागपंचमी क्यों ख़ास है ?
- इस साल ये ख़ास दिन शुक्रवार को पड़ रहा है जिसके कारण जो लोग कुंडली में शुक्र ग्रह के कारण बहुत परेशानी झेल रहे हैं जीवन में, वे लोग पूरा फायदा उठा सकते हैं | शक्रवार का सम्बन्ध शुक्र ग्रह से है जो की प्रेम, रोमांस, ग्लेमर, ऐशोआराम से जुड़ा है, इसीलिए अपने प्रेम जीवन, व्यक्तिगत जीवन को बाधा मुक्त करने के लिए विशेष पूजा अर्चना कर सकते हैं इस बार नागपंचमी को |
- इस बार नागपंचमी को शुक्र नीच राशी में रहेंगे जो की नुकसानदायक रहेंगे अतः इनकी शांति अवस्थी करना चाहिए अगर कुंडली में भी किसी के शुक्र ख़राब हो |
- चन्द्रमा, बुध, मंगल और शनि शुभ रहेंगे गोचर कुंडली में |
- राहू और केतु उच्च के रहेंगे जिससे की काफी लाभ देखने को मिलेगा कर्म काण्ड करने वालो को |
आइये जानते हैं नागपंचमी के लिए कुछ ख़ास टिप्स ज्योतिष अनुसार :
- इस दिन व्रत रखके नाग पूजा या शिव पूजा में मन को लगाना चाहिए |
- इस दिन किसी भी प्रकार की खुदाई नहीं करना चाहिए, ये इसीलिए ताकि किसी सर्प को गलती से भी नुकसान ना हो |
- अगर आपको किसी के पास सांप दिख जाए तो उन्हें छुडवा के जंगल में छोड़ दे, इससे नाग कृपा प्राप्त होगी |
- इस दिन बाम्बी की पूजा भी होती है अर्थात जहा पे सांप रहते हैं उस जगह की |
- नाग स्त्रोत्रम का पाठ इस दिन काफी शुभ रहेगा नाग देवत की कृपा प्राप्त करने के लिए |
- जो लोग कुंडली में राहू के अशुभ होने के कारण शत्रु बाधा से पीड़ित है उन्हें नाग पंचमी को जरुर पूजन करना चाहिए या फिर संपर्क करके करवा भी सकते हैं |
- अगर कुंडली में विष दोष हो तो भी इस दिन कृपा प्राप्त करके सुखी हो सकते हैं |
अतः वैदिक ज्योतिष अनुसार नागपंचमी बहुत ही ख़ास दिन होता है जीवन में से दुर्भाग्य को दूर करने के लिए | इस दिन का अवश्य लाभ उठाये अगर आप खुद पूजन करने में असमर्थ है तो संपर्क करके पूजन करवा भी सकते हैं |
जानिए आपके कुंडली में कौन से ग्रह ख़राब है, कौन सी पूजा करनी चाहिए, कौन सा रत्न धारण करना चाहिए, प्रेम जीवन को कैसे ठीक करे, वैवाहिक जीवन को कैसे सफल बनाए , नौकरी या व्यापार में कैसे सफलता प्राप्त करे ज्योतिष के उपायों द्वारा |
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