Nautapa kya hota hai, नौतपा कब से शुरू होंगे 2022 में, क्या करें और क्या न करें navtapa mai, 2022 में नौतपा कब से लगेगा?| Nautapa 2022 me 25 मई बुधवार से शुरू होंगे और 2 जून गुरुवार तक रहेंगे | नवतपा में गर्मी अत्यधिक बढ़ जाती है इसीलिए ऐसे में लोग अपने आपको ठंडा रखने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयोग करते हैं | क्या होता है नवतपा ? जब सूर्य देव चन्द्रमा के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करते हैं तब शुरू होता है नवतपा और ये स्थिति 9 दिन तक बनी रहती है, इसे ही नवतपा कहते हैं | मान्यता के अनुसार इन 9 दिनों में भीषण गर्मी होती है | कहा जाता है की नवतपा जितना तपता है उतनी ही अच्छी बारिश होती है | Navtapa kya hota hai kab se lagega Read in english what is navtapa? Nautapa/नौतपा के दिनों में क्या करें और क्या न करें? इस समय सूर्य की सीधी किरने धरती पर पड़ती है जिसके कारण गर्मी बढ़ जाती है तो ऐसे में कुछ ध्यान रखना चाहिए : गर्मी ज्यादा पड़ने पर पैरो के तलवे पे मेहंदी लगाना चाहिए, इससे ठंडक रहती है| जब भी बाहर निकले तो शारीर को पूरा ढक के निकले | पानी, फलो के ताजा रस, गन्ने का रस आदि समय समय
भीष्म एकादशी 2022 महत्व, जया एकादशी का महत्व, अच्छे जीवन के लिए क्या करें, कैसे करें एकादशी पूजा से जीवन की बाधाएं दूर, kab hai bheeshm ekadashi, ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी 12 फ़रवरी को ? भीष्म एकादशी, व्रत और अनुष्ठान करके पुण्य संचय करने का बहुत शुभ दिन है। यह एक शक्तिशाली दिन है जो की हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ महीने में आता है। इसे जया एकादशी भी कहा जाता है और माघ शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन पड़ता है। Bheeshm Ekadashi Ka Mahatva वर्ष 2022 में, भीष्म एकादशी 12 फरवरी, शनिवार को पड़ रही है। पद्म पुराण और स्कंद पुराण, जया एकादशी से संबंधित कई रहस्यों का खुलासा करते है। मान्यता के अनुसार, भीष्म जी ने इसी दिन पांडवों को विष्णु सहस्त्रनाम के रहस्यों का खुलासा किया और उन्हें प्रेरित किया। इस श्लोक में भगवान विष्णु के 1 हजार नाम हैं जो बहुत शक्तिशाली हैं और भगवान विष्णु के आशीर्वाद को आकर्षित करने का सबसे आसान तरीका है। विष्णु सहस्त्रनाम का श्रवण और पाठ करने से भक्तों को जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलने में मदद मिलती है और इसलिए भीष्म एकादशी को भक्त उपवास रखते हैं और भगवान विष्ण